बी एम राठौर,की रिपोर्ट – सांगोद
सांगोद 20 फरवरी को सांगोद के रंगीले नहान लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है लेकिन अब यह इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। शनिवार को चौधरी बावड़ी पर दोनों पक्षों नहान अखाड़ा चौधरी पाड़ा व नहान अखाड़ा चौबे पाड़ा ने पूजा करवा कर लोकउत्सव का आगाज शुरू किया। दोनों पक्षों के लोग गाजे-बाजे के साथ पूजा लेकर चौधरी बावड़ी पहुंचे और वहां विधि विधान से पूजा की इस दौरान कई लोग मौजूद रहे। धूलंडी के दूसरे दिन घुघरी की रस्म के साथ नहान लोगों को शुरू हो जाएगा 5 दिन तक चलने वाले इस रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में नगर व आसपास के ग्रामीणों का हुजूम उमडेगा। लोकोत्सव पूरे राजस्थान में सुप्रसिद्ध है राजसी ठाठ बाट व वैभव कला से परिपूर्ण नहान लोकोत्सव जादुई नगरी सांगोद की पहचान है
पांच दिवसीय नहान की शुरुआत को लेकर तैयारी हुई शुरू
सांगोद में पांच दिवसीय नहान लोकोत्सव को लेकर दोनों पार्टियों ने अपने अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी सांगोद ऐसे नहान उत्सव को लेकर देश भर में प्रसिद्ध है यहा धुलण्डी के दूसरे रोज घुघरी की रस्म होती है जिसमे नहान अखाड़ा चौधरी पाड़ा व नहान अखाड़ा चौबे पाडा की तरफ दो दो दिवसीय नहान आयोजित होते है जिसमे बारह भले की सवारी रात्रि नहान सुबह मा भवानी की झांकिया तथा दूसरे रोज बादशाह की सवारी व रात्रि में महफ़िल का कार्यक्रम होता है जादू की नगरी कहे जाने वाले सांगोद नहान लोकोत्सव के दौरान दो भागों में बंटा हुआ रहता है
खूब बिकती जलेबी व सेव
नहान के दौरान दुकानों पर भी खूब ग्रझकी होती है जिनमे जलेबी सेव मुख्य इस पांच दिवस के अंदर क्विंटलो कि तादात में मैदा व बेसन की खूब बिक्री होती है इस दौरान नगर में लोगो की चहल पहल के साथ बाहर के लोग भी खूब आते है इसी के तहत कई घरों में शादी ब्याह के रिश्ते तक पक्के हो जाते है