केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि किसानों को लाभ पहुंचाने और देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने नैनो तरल डीएपी (डाई अमोनिया फॉस्फेट) उर्वरक बाजार में उतारने की मंजूरी दे दी है। मांडविया ने एक ट्वीट में कहा, “नैनो यूरिया के बाद सरकार ने अब नैनो डीएपी को भी मंजूरी दे दी है।” उन्होंने इसे उर्वरक के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की औऱ एक ओर कदम बताते हुए कहा कि इससे किसानों को फायदा होगा।
नैनो तरल डीएपी को वर्ष 2021 में पहली बार लाने वाले उर्वरक सहकारी संघ इफको ने शुक्रवार को ही कहा था कि सरकार ने उसके नैनो डीएपी उर्वरक को बाजार में उतारने की मंजूरी दे दी है। इफको के प्रबंध निदेशक यूएस अवस्थी ने एक ट्वीट में कहा कि इफको नैनो डीएपी को कृषि मंत्रालय की मंजूरी मिल गई है। और इसके उत्साहजनक परिणामों को देखते हुए इसे उर्वरक नियंत्रण आदेश (FCO) में अधिसूचित किया गया है। अवस्थी ने कहा था कि FCO नैनो डीएपी का विनिर्माण करेगी जो भारतीय कृषि और अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव होगा ।
नैनो डीएपी की आधा लीटर की बोतल को 600 रुपये की दर पर उतारेगा। नैनो डीएपी की यह बोतल डीएपी की एक बोरी उर्वरक के बराबर असरदार होगी जिसकी मौजूदा कीमत 1,350 रुपये है।